Thursday, February 21, 2019

गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय को टीएडी से मिली दो छात्रावासों की सौगात

विश्वविद्यालय की हर आवश्यकता को पूरा करेंगे - बामनिया
बांसवाड़ा, 20 फरवरी / प्रदेश के जनजाति क्षेत्रीय विकास (स्वतंत्र प्रभार), उद्योग एवं राजकीय उपक्रम विभाग के राज्यमंत्री श्री अर्जुनसिंह बामनिया ने कहा है कि जनजाति अंचल में शैक्षिक विकास की संकल्पना को मूर्त रूप प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा समर्पित प्रयास किए जा रहे है और जनजातीय विश्वविद्यालय के माध्यम से इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय की हर आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्रयाय करेंगे। 
राज्यमंत्री बामनिया बुधवार को शहर के गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग मद से चार-चार करोड़ की लागत से बनने वाले एकलव्य और वीरबाला कालीबाई छात्रावास के शिलान्यास कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। 
इस मौके पर राज्यमंत्री बामनिया ने कहा कि विश्वविद्यालय के इस जनजाति क्षेत्र में स्थापित होने से यह क्षेत्र निकट भविष्य में शिक्षा का हब बनेगा। उन्होंने इस अंचल के विकास पुरूष पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हरिदेव जोशी का स्मरण किया और कहा कि आम जनता, अधिकारी और जनप्रतिनिधि सब मिलकर बांसवाड़ा के साथ लगे पिछड़ेपन के कलंक को दूर करने के लिए प्रयास करें। उन्होंने बांसवाड़ा को तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की आवश्यकता प्रतिपादित की और आश्वस्त किया कि जिले में वेद विद्यापीठ की रूकावट को भी दूर किया जाएगा।  
जयपुर में बनेगा 10 करोड़ से हॉस्टल:
शिलान्यास समारोह में राज्यमंत्री बामनिया ने बताया कि जनजाति क्षेत्र के विद्यार्थियों को जयपुर जैसे शहर में प्रशासनिक सेवाओं के लिए अध्ययन की सुविधाएं प्राप्त हो इस दृष्टि से जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा जयपुर में 50 छात्राओं व 100 छात्रों की क्षमता वाला दस करोड़ की लागत से विशाल छात्रावास बनाया जा रहा है। उन्होंने उदयपुर में भी छात्राओं के लिए टीएडी द्वारा संचालित छात्रावास के बारे में जानकारी दी। 
शिलान्यास समारोह में जिला कलक्टर आशीष गुप्ता, जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोढ़ाणी, गढ़ी की पूर्व विधायक कांता भील, नगरपरिषद के पूर्व सभापति राजेश टेलर, समाजसेवी कृष्णपालसिंह सिसोदिया व अर्जुनसिंह सोलंकी बतौर अतिथि मंचासीन थे। 
आरंभ में विश्वविद्यालय के कुलसचिव सोहनसिंह ने स्वागत उद्बोधन दिया। कुलपति प्रो. कैलाश सोढ़ाणी ने विश्वविद्यालय की विकास यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि इस अंचल के शैक्षिक विकास में विश्वविद्यालय अहम भागीदारी निभाएगा। पूर्व विधायक कांता भील ने जनजाति अंचल में उच्च शिक्षा की सुविधाओं के अभाव को विश्वविद्यालय के माध्यम से पूर्ण करने के लिए राज्य सरकार का आभार जताया और कहा कि अब इस अंचल के नौनिहालों को प्रशासनिक सेवाओं मंे जाने का सपना पूरा होगा।
विश्वविद्यालय के कुलगीत से प्रारंभ हुए समारोह में गायिका रिया उपाध्याय ने वंदना प्रस्तुत की। इससे पूर्व अतिथियों के यहां पहुंचने पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोढ़ाणी, कुलसचिव सोहनसिंह, शोध निर्देशक महिपालसिंह राव, अलका रस्तोगी, अकादमिक प्रभारी राकेश डामोर, सहायक कुलसचिव पुष्पेन्द्र पण्ड्या ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। 
इस मौके पर मुख्य अतिथि राज्यमंत्री बामनिया व अतिथियों ने एकलव्य और वीरबाला कालीबाई छात्रावास की शिलान्यास पट्टिका का अनावरण करते हुए विधिवत शिलान्यास किया। 
समारोह में टीएडी परियोजना अधिकारी विजयेश पण्ड्या, समाजसेवी अमजद हुसैन, राकेश सेठिया, देवबाला राठौड़, मुकेेश जोशी, मनोहर खड़िया, अशोक डामोर, अतीत गरासिया, संजय जैन, साहित्यकार हरिश आचार्य सहित विभिन्न अधिकारी-कर्मचारी,विश्वविद्यालय के कर्मचारी और बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन मौजूद थे। 
कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. नरेन्द्र पानेरी ने किया जबकि आभार शोध निर्देशक डॉ. महिपालसिंह राव ने माना। 









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